भारतीय दवा कंपनियों पर अमेरिका ने लगाया मिलीभगत कर दाम तय करने का आरोप

भारतीय दवा कंपनियों पर अमेरिका ने लगाया मिलीभगत कर दाम तय करने का आरोप

सेहतराग टीम

भारत में अकसर दवा कंपनियों पर दवा के मनमाने दाम वसूलने का आरोप लगता रहता है। यहां सरकार ने औषधि मूल्‍य नियंत्रक नियामक बिठा रखा है जो जरूरी दवाओं के दाम को आम जनता के पहुंच के भीतर बनाए रखता है। इसके बावजूद जो दवाइयां इस श्रेणी में नहीं आती उनकी कीमत को लेकर हमेशा विवाद रहता है। अब अमेरिका ने आरोप लगाया है कि भारत की बड़ी दवा कंपनियां आपस में सांठगांठ कर दवा के दाम तय कर रही हैं।

हालांकि डॉक्‍टर रेड्डीज, वॉकहार्ट, अरबिंदो तथा ग्लेनमार्क जैसी बड़ी दवा कंपनियों ने अमेरिका में दाम तय करने में साठगांठ के आरोपों से मंगलवार को इनकार किया। इन कंपनियों समेत कई अन्य दवा कंपनियों के खिलाफ अमेरिका में प्रतिस्पर्धा रोधी गतिविधियों में शामिल होने को लेकर मुकदमा दायर किया गया है।

ये सभी घरेलू औषधि कंपनियां उन 21 जेनेरिक दवा कंपनियों तथा 15 अन्य व्यक्तिगत प्रतिवादियों में शामिल हैं जिनके खिलाफ अमेरिका के 49 राज्यों के एटार्नी जनरल, कॉमनवेल्थ आफ प्यूर्टो रिको तथा डिस्ट्रिक्ट आफ कोलंबिया ने 116 जेनेरिक दवाओं के संदर्भ में डिस्ट्रिक्ट ऑफ कनेक्टिकट के लिए अमेरिकी जिला अदालत में शिकायत दर्ज कराई है।

कंपनियों पर कीमत तय करने तथा ग्राहक बांटने को लेकर प्रतिस्पर्धा कानून का उल्लंघन करने का आरोप है। शेयर बाजारों को अलग-अलग दी गई सूचना में कंपनियों ने आरोप से इनकार किया और कहा कि वे मामले में मजबूती से अपना पक्ष रखेंगी।

डॉक्‍टर रेड्डीज ने कहा कि हम इन आरोपों का पुरजोर तरीके से विरोध करेंगे और कनेक्टिकट की जिला अदालत में अपना जवाब देने की प्रक्रिया में हैं।

कंपनी के अनुसार उसकी अमेरिकी अनुषंगी इकाई के खिलाफ मुकदमा दायर होने का उसके परिचालन और एकीकृत परिणाम पर कोई खास प्रभाव पड़ने की आशंका नहीं है। 

सन फार्मा ने कहा कि उसकी अनुषंगी तारो फार्मास्युटिकलस यूएसए इंक का नाम दूसरे मुकदमे में है। जो आरोप लगाए गए हैं, उसका कोई आधार नहीं है और हमारी अनुषंगी इकाइयां मजबूती से अपना पक्ष रखेंगी।

वॉकहार्ट ने भी कहा कि विभिन्न जेनेरिक दवाओं की कीमतों में वृद्धि को लेकर प्रतिस्पर्धा कानून के उल्लंघन को लेकर कार्रवाई की गयी है। कंपनी उपयुक्त मंच पर अपना पक्ष मजबूती से रखेगी।

ग्लेनमार्क और अरबिंदो फार्मा ने कहा है कि वह मुकदमे की समीक्षा कर रही है और उम्मीद है कि निर्धारित समय में आरोपों के खंडन से जुड़े दस्तावेज संघीय अदालत में जमा करेंगी।

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